नये नये पत्तों को देखो लग रहा है जंग
आते जाते गाड़ियों से सब खा रहे हैं धूल
हरे - हरे पहले थे अब बदल गया है रंग
नये नये पत्तों को देखो लग रहा है जंग
हँसते गाते प्रकृति को कब तक करोगे तंग
भले मानस ये बता किसने की ये भूल ?
नये नये पत्तों को देखो लग रहा है जंग
आते जाते गाड़ियों से सब खा रहे हैं धूल