शब्दों का तमाशा देखो
Sunday, December 21, 2014
हरे सांप
अपने बिल से शायद भटके हुए हैं |
पेड़ों से देखो कैसे लटके हुए हैं |
छोटे - छोटे अनगिनत सहजन
हरे सांप के जैसे सब अटके हुए है
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