देखो खेत में दो बैलों वाला हल
किसान कभी बैलों को पिटता
कभी वो दोनों को पुचकारता
फिर अचानक कहता चल - चल
देखो खेत में दो बैलों वाला हल
मिट्टी बहुत सुखी हुई है
मिट्टी बहुत कठोर और रुखी है
बैलों का निकल गया है पूरा बल
देखो खेत में दो बैलों वाला हल
किसान कभी दोनों को डांटता
कभी दोनों को ललकारता
कभी कहता अब थोड़ा संभल
देखो खेत में दो बैलों वाला हल
दोपहर की धूप से लड़ रहे हैं तीनो
सब के हो गये हैं बहुत परेशान
जोतते - जोतते पथरायी अस्थल
देखो खेत में दो बैलों वाला हल
अब दोनों बहुत थक गये हैं
किसान ने दोनों को छुटकारा दिया
और कहा बाकी काम करेंगे कल
किसान कभी बैलों को पिटता
कभी वो दोनों को पुचकारता
फिर अचानक कहता चल - चल
देखो खेत में दो बैलों वाला हल
मिट्टी बहुत सुखी हुई है
मिट्टी बहुत कठोर और रुखी है
बैलों का निकल गया है पूरा बल
देखो खेत में दो बैलों वाला हल
किसान कभी दोनों को डांटता
कभी दोनों को ललकारता
कभी कहता अब थोड़ा संभल
देखो खेत में दो बैलों वाला हल
दोपहर की धूप से लड़ रहे हैं तीनो
सब के हो गये हैं बहुत परेशान
जोतते - जोतते पथरायी अस्थल
देखो खेत में दो बैलों वाला हल
अब दोनों बहुत थक गये हैं
किसान ने दोनों को छुटकारा दिया
और कहा बाकी काम करेंगे कल