शब्दों का तमाशा देखो
Wednesday, November 19, 2014
पेड़ का शरीर
कभी कुल्हाड़ी ने काटा ,
कभी दीमक ने बांटा ,
पेड़ का मोटा शरीर था ,
लगता रहा है उसको घाटा
Newer Post
Older Post
Home