शब्दों का तमाशा देखो
Tuesday, May 19, 2015
आग की बेटी
थोड़ी शरमाई थोड़ी थी झिझकी
आग की बेटी वो छोटी तितकी
खेल रही है चाचा पवन के साथ
नाचती रही वो कभी न ठिठकी
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