शब्दों का तमाशा देखो
Sunday, June 15, 2014
पहला बूंद
ध्यान था आसमान पे सबका
बादल पहला बूंद आ टपका
खुशबू आयी मिट्टी से बाहर
जब धुल ने उसे आज लपका
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