शब्दों का तमाशा देखो
Monday, January 20, 2014
महकते महकते
पुरे बाग को अपना पता बता दिया महकते महकते
देखो वो तितली रानी भी आ गयी चहकते चहकते
सबसे छुपी थी जब तू एक कलि थी
अब देख तेरी खुशबू से खीचा आ रहा है भंवर बहकते बहकते
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